हरिद्वार सिडकुल / अगर आप माफियाओं को हल्के में लें चुके है तो ये आपकी भूल है माफियाओं की ताकत अगर देखनी है तो कभी जनपद हरिद्वार के सिडकुल क्षेत्र में जरूर आये,आपको माफियाओं की ताकत का भी एहसास होगा ओर तेजी से फैल रहे उनके नेटवर्क का भी,यहाँ माफियाओं का ऐसा नेटवर्क जो एंटी क्रांइम एजेंसियो से भी तेज कार्य कर रहा है,
बता दें की इस क्षेत्र में नशा ओर खनन का ऐसा नेटवर्क काम कर रहा है जो न तो पुलिस प्रसाशन के कब्जे में आ रहा है ओर न ही उत्तराखण्ड की अपराध मुक्त मुहीम को सफल होने दे रहा है, खनन माफियाओं की अगर बात करें तो इस क्षेत्र में शायद ही ऐसा कोई माफिया बचा होगा जो सम्बंधित थाने में अपराधिक चालान की कार्यवाही से न गुजरा हो,ऐसे लगभग खनन माफिया है जो इस क्षेत्र में भारी खनन चलाने के चलते अपराधिक गतिविधियों में अब तक रजिस्टर्ड हो चुके है,लेकिन मजाल है जो उन्होंने क्षेत्र में खनन के अवैध कारोबार में कमी की हो,
जान लीजिये आखिर बंद क्यों नही होता सिडकुल क्षेत्र में अवैध नशा ओर खनन
बता दें की पिछले चार वर्षो में सिडकुल के आस पास नशा ओर सट्टा तेजी से बढ़ा है,ओर आज जिस मुकाम पर चल रहा है वो कोई छोटी बात नही है,रोजाना इस क्षेत्र में कुल मिलाकर 50 लाख से अधिक का खनन किया जा रहा है,ओर ये सारा खेल प्रसाशन से चोरी छिपे चल रहा है,लेकिन इतना जरूर कहेँगे की अगर प्रसाशन इन खनन माफीया के खिलाफ कोई बड़ी कार्यवाही करनी चाहे तो वह बहुत आसान भी है उसका मुख्य कारण है की लगभग सभी नशे के कारोबारी ओर खनन माफीया पहले से संबंधित थाने में रजिस्टर्ड चले आ रहे है,
हालाकी पुलिस प्रसाशन द्वारा कुछ माह पहले इन माफियाओं के विरुद्ध अभियान चलाकर काबिले तारीफ़ कार्य किया गया था।