आजमगढ़।उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ में पुलिस की वर्दी पर दाग लगाने वाले दो आरक्षी जेल पहुंच गए हैं। पुलिस अधीक्षक कार्यालय में गुहार लगाने वाले पीड़ित को डरा धमका कर जबरन पैसा वसूल करने वाले दो आरक्षी को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।आरोपी आरक्षी को निजामाबाद थाने की पुलिस ने रानी की सराय निजामाबाद रेलवे क्रासिंग के पास से गिरफ्तार किया। गिरफ्तार आरोपी आरक्षी अजीत कुमार यादव वाराणसी जिले के चोलापुर थाना क्षेत्र के टेकारी धर्मशाला का रहने वाला है। वहीं दूसरा आरक्षी सत्यदेव पाल जौनपुर जिले के सुरेही थाना क्षेत्र के अडियार गांव का रहने वाला है।
जिले के निजामाबाद थाना क्षेत्र के हुसामपुर बड़ागांव के रहने वाले कैलाश प्रजापति ने स्थानीय थाने में 20 जून को लिखित तहरीर दी थी। आरोप था कि कैलाश प्रजापति 28 मार्च 2024 को पुलिस अधीक्षक कार्यालय में अपने विपक्षी से जमीनी विवाद के संबंध में प्रार्थना पत्र दिया था,जिसके अगले दिन दो सिपाही वर्दी में घर पर आए और बोले कि जो प्रार्थना पत्र दिए हो उसी की जांच में हम पुलिस वाले आए हैं। एक के नेम प्लेट पर अजीत कुमार यादव व दूसरे के नेम प्लेट पर सत्यदेव पाल लिखा हुआ था।पीड़ित से विपक्षी पर मुकदमा लिखवाने के नाम पर ज्यादा पैसे की मांग करते हुए उसे मुकदमा से डरा धमकाकर जबरन 6000 रुपये ले लिए। पीड़ित की तहरीर पर पुलिस ने आरक्षी अजीत कुमार यादव और आरक्षी सत्यदेव पाल के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की।जांच में आरक्षी अजीत कुमार यादव और आरक्षी सत्यदेव पाल का नाम प्रकाश में आया।आरक्षी अजीत कुमार यादव एफआईआर सेल पुलिस कार्यालय आजमगढ़ में नियुक्त है। वहीं सत्यदेव पाल शिकायत प्रकोष्ठ पुलिस कार्यालय जनपद मऊ में नियुक्त है।