टीवरी क्षेत्र के अंतर्गत सट्टा माफिया का बोल – बाला या तो यू कहे कि इसे संरक्षण प्राप्त है, या फिर इसे पुलिस का कोई डर नहीं टीवरी में लगभग दो जगह इस माफिया के लड़के बैठे है, इन्हें पुलिस प्रशासन का कोई डर नहीं है, लगभग कई मुक़दमा पंजीकृत है इस सट्टा माफिया पर आपको बताते चले सट्टा एक ऐसा खेल है जिससे अनेको घर बर्बादी के कगार पर पहुंच गए है।पुलिस की कार्यवाही न होने से सट्टा माफियाओ के हौसले बुलंद है। शाम होते ये लोग सक्रिय हो जाते है, टीवड़ी गांवों में सट्टे का कारोबार बड़ी तेजी फलफूल रहा है ।बड़ी संख्या में इस अवैध कारोबार से लोग जुड़े है ।शाम होते सट्टे से जुड़े लोग घरों से बाहर निकलते है ।और एक दूसरे से नंबर पूछते भी देखे जा सकते है ।इस कारोबार से कई घर बर्बाद हो चुके है, ओर अनेक ऐसे है जिनके घरो में खाने के भी लाले पड़े है ।और सट्टा माफिया धन अर्जित कर रहे है।पुलिस इस से आंख मूंदे बैठी है क्षेत्र में चर्चा कि पुलिस कि पुलिस भी इन पर कोई कार्यवाही नही करती है ।चर्चा में आने पर पुलिस सख्त जरूर होती है लेकिन कुछ दिन बाद ही मामला शांत हो जाता है । कई नाम बड़े सट्टा माफियाओ के लिए चर्चित है ।जो फोन पर ही सट्टे के कारोबार को अंजाम दे रहे है ।जिनकी जानकारी स्थानीय पुलिस को भी है ।